

वायुसेना ने क्षेत्र में भारत की सैन्य तैयारियों को और मजबूत करने के लिए कई अग्रिम अड्डों तक भारी सैन्य उपकरणों और हथियार पहुंचाने के लिए सी-17 ग्लोबमास्टर 3 परिवहन विमान और सी-130 जे सुपर हरक्युलिस के बेड़े को लगाया है।
उक्त लोगों ने बताया कि वायुसेना भारत और चीन के बीच 3,500 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर विभिन्न अग्रिम क्षेत्रों में सैनिकों को पहुंचाने के लिए अपने इलयुशिन-76 बेड़े का भी इस्तेमाल कर रही है।
पिछले महीने एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने लद्दाख और श्रीनगर वायु सैनिक अड्डों का दौरा किया था और क्षेत्र में किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने की भारतीय वायुसेना की तैयारियों का जायजा लिया था।
गलवान घाटी में 15 जून को हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिकों के शहीद होने के बाद चीन के साथ भारत का तनाव और अधिक बढ़ गया। चीन के भी सैनिक इस दौरान हताहत हुए लेकिन उसने इस बारे में अभी तक ब्योरा नहीं दिया है।(फाइल फोटो)